नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताने जा रहा हूं कि रोजाना की पूजा किस प्रकार की जाए क्या नियम होने चाहिए क्या करना चाहिए तो आज की इस वीडियो में मैं आपको यही बताने जा रहा हूं की रोजाना की पूजा किस प्रकार आप कर सकते हैं ताकि आपको समझ में आए क्या आप इस तरीके से पूजा कर रहे हैं या फिर इस तरीके से आप पूजा नहीं कर रहे कौन से नियमों का पालन करके कर रहे हैं और कौन से नियमों का पालन करके आप पूजा नहीं कर रहे पहले मैं आपको बताऊंगा लोग किस तरह से पूजा करते हैं
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| ghar main daily puja |
उसके बाद में बताऊंगा कि किस तरीके से करना चाहिए पहली बात तो वह लोग जो नौकरी करते हैं अपना-अपना काम करते हैं वह लोग खड़े होकर पूजा कर लेते हैं 2 मिनट की बात है दिया जलाया धूपबत्ती लगाई और प्रार्थना की खत्म बात कुछ लोग ऐसे हैं जो लोग जिनके पास थोड़ा और समय होता है तो वह लोग पूजा करते हैं दिया जलाते हैं बैठ कर पूजा करते हैं विनती करते हैं पर वह आसन का प्रयोग नहीं करते प्रार्थना करके और उनकी पूजा समाप्त हो जाती है कुछ लोग ऐसे भी लोग हैं माला का प्रयोग करते हैं किसी मंत्र का जाप करते हैं घी या तेल की बत्ती जलाते हैं और किसी मंत्र की एक माला पांच माला जाप करते हैं विधि विधान द्वारा पूजा करते हैं तो अलग प्रकार से लोग पूजा पाठ करते हैं कुछ लोग सूर्य निकलने से पहले पूजा करते तो कुछ लोग सूर्य निकलने के बाद पूजा करते हैं शाम को पूजा करते हैं तो ब्रह्मचारी इसमें जरूरी है कि नहीं है ब्रह्मचारी जो है अगर आप किसी साधना में हैं कोई अपने संकल्प लेकर कोई साधना करें तो उसमें ब्रह्माचार्य अति आवश्यक होता है उसमें आपको कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना जिससे आपका ब्रह्मचार्य खंडित हो तो रोजाना पूजा में ब्रह्मचारी की आवश्यकता नहीं होती पर आपको में एक चीज और ध्यान रखनी होती है जैसे आपने सुबह पूजा की शाम को पूजा की उसके बाद में आप सहवास में जाएं दूसरी चीज जो लोग पूजा करते हैं उनका समय नहीं बना होता तो समय बांध दिए कोशिश कीजिए अगर आपके पास समय है
एक समय बांधे इस समय पर आपको पूजा करनी है क्योंकि एक समय एक आसन एक स्थान एक माला के द्वारा की गई पूजा अति शीघ्र फलदाई होती है उसका रिजल्ट आपको बहुत जल्दी मिलता है अगर आज आप भी नहीं करते तो भी एक समय जरूर मुझे अपने एक समय निर्धारित किया कि सुबह 7:00 बजे पूजा करनी है तो घर सुबह 7:00 बजे ही करनी है यानी आप का टाइम जो है वह पर नीचे नहीं होना चाहिए ऐसे ही शाम वाली बात है अगर आपने शाम का कोई समय रख लिया है तो उस समय पर ही पूजा को करना है ना कि आप अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी समय तय कर ले मैं यह नहीं कह रहा कि अगर आप उसी टाइम पर पूजा ना करें तो आप विफल हो जाएंगे कहने का मतलब है कि अगर उसी समय पर करेंगे तो आपकी जो सफलता और तेजी से अग्रसर हो जाती है क्योंकि जो आपका देव है जो उसके आप सेवा पूजा करते हैं वह भी चीज देखता है कि आप उनके लिए कितना समय दे सकते हैं लोग जितने भी काम होते हैं उनके उन सभी कामों को करके उसके बाद पूजा में बैठते हैं जब उन्हें पूजा का समय मिलता है पर कुछ लोग ऐसे हैं जो सबसे पहले पूजा को समय देते हैं उसके बाद अपने सभी कार्य करते हैं यानी कि अगर आपने टाइम रख लिया कि मुझे समय पूजा करनी है तो समय पूजा करनी है इससे आपको फायदा मिलता है पूजा में आरती बहुत जरूरी है पूजा समाप्त होती है तो आरती जरूर करें सुबह शाम आरती करने के बाद उसके बाद में जो अगर आप माला धारण करते हैं मंत्र जाप करके 10 मिनट के लिए जैसे मैं बताता हूं तो माला धारण करने के बाद आसन पर सिर (माथा) टेकना है यह तो डेली पूजा के लिए एक समय एक दिन एक आसान एक माला से जाप किया जाए तो वह किसी भी मंत्र का जाप करें जिन लोगों के लिए बहुत जल्दी होते हैं
आप मंत्र जाप करें तो आपके मंत्र जाप करने के समय उनके दर्शन होना अब लोग सोचते कि एक माला 21 माला पांच माला जाप करें और हमें तुरंत अनुभव हो जाए तो यह पॉसिबल नहीं हो पाता यह प्रक्रिया होती है इस प्रक्रिया को चलते हुए हमें अनुभव प्राप्त होते हैं अगर आप जाते हैं अगर आप चाहते हैं तो गुरु धारण करने के बाद ही आपको प्राप्त होते है गुरु कहां ढूंढे इसके लिए यूट्यूब पर भी बहुत सारे भाई बहन चौकी लगाते हैं जो बहुत समाज कल्याण का कार्य कर रहे हैं उन्होंने अपने कांटेक्ट नंबर भी दे रखे आप उनसे मिली बातचीत कीजिए पैसा किसी को मत दीजिए पहले आपने परखिए उसके बाद गुरु धारण आप कर सकते हैं और एक बार आपके गुरु धारण कर लेते हैं उसके बाद में यह सारी चीजें आपके लिए बहुत छोटी हो जाती है सवारी दर्शन होना ही सारी चीजें आती है परिवार को यह जानकारी पूजा कैसे की जाती है एक छोटी सी जानकारी थी जो मैंने आपको दी के डेली पूजा कैसे की जाती है मुझे आसा है जानकारी आपको पसंद आई होगी धन्यवाद!



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